Shodash geet sung by Sadhu Krishna prem

दोउ चकोर दोउ चन्द्रमा
तुम मम जीवन मूल राधिके
हो तो दासी
हे आराध्य राधा मेरे
मेरी इस विनीत विनती को
हे वृषभान राज नंदिनी हे
सुन्दर श्याम कमल दल लोचन
हे प्रियतमे राधिके      
सदा सोचती रहती हु में
राधे हे प्रियतमे प्राण प्रतिमे हे
मेरे धनजन जीवन तुम्ही
मेरा तन मन सब तेरा ही
तुमसे सदा लिया ही
राधे तू ही चित्त रंजनी तू ही चेतनता
तुम अनंत सोंदर्य सुधानिधि
राधा तुमसे तुम्ही एक हो
तुमहो यंत्री
महाभाव रसराज के
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